khamoshi shayari in hindi 2 line sad | खामोशी शायरी हिंदी
चलो अब जाने भी दो !!
क्या करोगे दास्ताँ सुनकर !!
ख़ामोशी तुम समझोगे नहीं !!
और बयाँ हम से होगा नहीं !!
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हर ख़ामोशी का मतलब इन्कार नही होता !!
हर नाकामी का मतलब हार नही होता !!
तो क्या हुआ अगर हम तुम्हें पा न सके !!
सिर्फ पाने का मतलब प्यार नहीं होता !!
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खामोशी पर सुविचार
ख़ामोशी को इख़्तियार कर लेना !!
अपने दिल को थोड़ा बेकरार कर लेना !!
जिन्दगी का असली दर्द लेना हो तो !!
बस किसी से बेपनाह प्यार कर लेना !!
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जज्बात कहते हैं खामोशी से बसर हो जाएँ !!
दर्द की ज़िद हैं कि दुनिया को खबर हो जाएँ !!
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Khamoshi Shayari in Hindi 2 Line
जब कोई बाहर से खामोश होता है !!
तो उसके अंदर बहुत ज्यादा शोर होता हैं !!
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ख़ामोश शहर की चीखती रातें !!
सब चुप हैं पर कहने को है हजार बातें !!
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मेरी जिंदगी में मेरे दोस्तों ने मुझको खूब हँसाया !!
घर की जरूरतों ने मेरे चेहरे पर सिर्फ खामोशी ही लाया !!
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समझने वाले तो ख़ामोशी भी समझ लेते हैं, न समझने वाले जज़्बातों का भी मज़ाक़ बना देते हैं
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जब कोई ख्याल दिल से टकराता हैं !!
दिल ना चाह कर भी ख़ामोश रह जाता हैं !!
कोई सब कुछ कहकर प्यार जताता हैं !!
कोई कुछ ना कहकर भी सब बोल जाता हैं !!
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ख़ामोशी से जब तुम भर जाओगे जनाब,
थोड़ा सा चीख़ तोह लेने वरना मर जाओगे.
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खामोशी शायरी attitude
जब इंसान अंदर से टूट जाता हैं !!
तो अक्सर बाहर से खामोश हो जाता हैं !!
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दिल की धड़कने हमेशा कुछ-न-कुछ कहती हैं !!
कोई सुने या न सुने ये ख़ामोश नहीं रहती हैं !!
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मेरी ख़ामोशी में सन्नाटा भी हैं और शोर भी हैं !!
तूने गौर से नहीं देखा !! इन आखों में कुछ और भी हैं !!
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खामोशी शायरी फेसबुक
उसने कुछ कहा भी नहीं और मेरी बात हो गई !!
बड़ी अच्छी तरह से उसकी खामोशी से मुलाक़ात हो गई !!
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मुझे अपने इश्क़ की वफ़ा पर बड़ा नाज था !!
जब वो बेवफा निकला मैं भी खामोश हो गया !!
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बोलने से जब अपने रूठ जाए !!
तब खामोशी को अपनी ताकत बनाएं !!
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Khamoshi Shayari in english
Khamoshi Se Jab Tum Bhar Jaoge janab,
Thoda Sa Chikh Toh Lene Warna Mar Jaoge.
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तुम्हारी बाते और ये रातें,
ज़िन्दगी के लिए ही है,
खमोशी तोह सरीफ रूह को
सुनाई देती है.
Tumari Baate Aur Ye Raate,
Zindagi Ke Liye hi Hai,
Kahmoshi toh Srif Rooh Ko
Sunai Deti Hai.
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खामोशी का मतलब लिहाज भी होता है, पर कुछ लोग इसे कमजोरी समझ लेते हैं!!
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चहकते थे वो भी कभी, आज चुप रहना बात गहरी है।
तुम ना समझोगे, एक जिन्दा लाश महलों में रह रही है।
Dard Chahta Hai Ho Duniya Ko Khabar,
Is Dil Me Basi Hai Khamosi Be Sabab.
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कई रिश्तों को टूटने,
से भी बचाती है ख़ामोशी,
और तुम कहते हो बेफिज़ूल है ये.
Kayi Rishto ko Tutne,
Se Bhi Bachati Hai Khamoshi,
Aur Tum Kehte Ho Befizul Hai Ye.
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बेवजह खामोशी शायरी
काश तुम खामोशी समझ जाते,
अब तुम मिलोगे नही और बताने
की हमारी हिम्मत भी नहीं.
Kash Tum Khamosi Smjh Jaate,
Ab Tum Miloge Nhi aur Btane
Ki Humari Himmat Bhi Nahi.
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ख़ामोशी में लाखो दर्द है हमारी,
और हस्ते है तो सब पूछते है क्या हुआ.
Khamoshi Me Lakho Dard Hai Humari,
Aur Haste Hai To Sub Puchte Hai Kya Hua
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खामोशी को चुना है मैंने क्योंकि बहुत कुछ सुना है मैंने
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जुबान चुप करके मेरी, आँखों में अश्क भर गए हैं।
मुस्कुराने को कहते थे, वो ही खामोश कर गए हैं।
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कोई यूं ही खामोश नहीं होता, मेरी ख़ामोशी भी दर्दों से लिपटी दास्ताँ है
जिसे कोई पढ़ के भी पढ़ ना सका, वो जिंदगी के पन्नों में सिमटी दास्ताँ है।
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खामोशी गवाह है अंदर से सब तबाह है
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तेरा मेरा यूँ जो मिलना होता था
फिर हम दोनों के चेहरों का खिलना होता था
आज क्यों सामने आने पर हम घुबराये है
इन लबों पर खामोशी के बादल आज छाए हैं
Tera mera yun jo milna hota tha
Fir hum dono ke chehron ka khilna hota tha
Aaj kyun samne aane par hum ghabraye hai
Un labon par khamoshi ke baadal aaj shaaye hai